कार्य प्रबंधन क्यों?
कार्य प्रबंधन अर्थात् स्वयं का प्रबंधन या जीवन का प्रबंधन अपने पास प्रकृति प्रदत्त समय का सही तरीके से उपयोग कर व्यक्तिगत, पारिवारिक व सामाजिक दृष्टि से उपयोगी गतिविधियों में लगाना है। कार्य प्रबंधन अपने जीवन के पल-पल को सही तरीके से उपयोग करने की योजना और तकनीक है। व्यक्ति को अपने जीवन को उपयोगी दृष्टिकोण से आनन्दपूर्वक जीने के लिए अपने समय का प्रभावी प्रयोग करना आवश्यक है। किसी भी क्षेत्र में सफलता उपलब्ध संसाधनों के उद्देश्यपूर्ण, कुशल व प्रभावी प्रयोग के द्वारा ही हासिल की जा सकती है। समय दुर्लभतम संसाधन है। इसका संचय व प्रबंधन नहीं किया जा सकता। समय के संदर्भ में अपने कार्यों का प्रबंधन किया जा सकता है। कार्य प्रबंधन जीवन की सफलता का आधार है। अतः सफलता के पथिक के लिए समय और अपने कार्यों में समन्वय के साथ कार्य प्रबंधन आवश्यक हो जाता है।
कार्य प्रबंधन का तात्पर्य समय का योजनाबद्ध तरीके से अपने ध्येय, लक्ष्य और उद्देश्य के हित में प्रयोग करना है। वास्तविकता यह है कि हम समय का प्रबंधन नहीं कर सकते। जब हम कार्य प्रबंधन की बात करते हैं, तब समय के संदर्भ में कार्य प्रबंधन की बात करते हैं। कार्य प्रबंधन के माध्यम से ही व्यक्ति साधारण मनुष्य से प्रभावी व सफल व्यक्तित्व में परिवर्तित हो जाता है। सामान्यजन की भाषा में कहें तो सामान्य व्यक्ति समय के संदर्भ में कार्य प्रबंधन के माध्यम से सामान्य पुरूष से महापुरूष में परिणत हो जाता है।
1 टिप्पणी:
good job sir
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