शनिवार, 28 दिसंबर 2013

शिक्षा का लक्ष्य

शिक्षा  का लक्ष्य

  • शिक्षा का लक्ष्य ऐसे लोगों को निर्मित करना है, जो कि नवीन कार्य करने के योग्य हों; न कि ऐसे जो अन्य पीढि़यों द्वारा किए गये कार्यो की आवृत्ति करें। वे लोग जो कि निर्माता, उपज्ञाता व आविष्कारकर्ता हैं। 
  • शिक्षा का दूसरा लक्ष्य ऐसे मस्तिष्क तैयार करना है जो आलोचना कर सकें, सत्यापन कर सकें और वे प्राप्त होने वाली प्रत्येक बात को वैसी ही स्वीकार न कर लें। 
  • आज सबसे बड़ा खतरा सभा, घोषणाओं सामूहिक अभिमतों एवं पहले से ही तैयार विचारों की प्रवृत्तियों से है। हम में व्यक्तिगत तौर पर सामना करने, आलोचना करने, प्रमाणित और अप्रमाणित में अन्तर करने की योग्यता होनी चाहिए।

       अतः आवश्यकता ऐसे शिष्यों की है, जो सक्रिय हों, अपने ढंग से कार्य करने की क्षमतायुक्त हों तथा अनुशासन के डंडे से निडर हों; जो उपलब्ध उपकरणों का सम्यक रीति से प्रयोग कर सकें और यह निश्चित कर सकें कि अमुक विचार मस्तिष्क में पहले आया और अमुक बाद में। यही नहीं उनमें सही और गलत के मूल्यांकन की अभियोग्यता और सही का समर्थन व गलत का विरोध करने की सामर्थ्य हो।

रविवार, 22 दिसंबर 2013

-आभार-

-आभार-


१७ दिसम्बर २०१३, १९ दिसम्बर २०१३ व २२ दिसम्बर २०१३ के प्रस्तुतीकरण में प्रस्तुत महत्वपूर्ण कथनों का संग्रह निम्नलिखित पुस्तक से किया गया है. इतने   सुन्दर संकलन के लिये लेखक का आभार व्यक्त करता हूं.
स्टूडेन्ट और टाइम मैनेजमेंट
लेखक- डा.विजय अग्रवाल 
प्रकाशक- बेन्टेन बुक्स, माता मन्दिर भोपाल

प्रतिदिन कुछ न कुछ करो. यह तुम्हें धीरे-धीरे अच्छे भविष्य के निकट ले जाएगा.


  • हमारे पास केवल यही क्षण है, जो हमारे हाथ में तारे की जगह जगमगा रहा है और बर्फ़ की तरह पिघल रहा है.    -मैरी बी. रे
  • पीछे मत देखो और भविष्य का सपना भी मत देखो. इससे न तो बीता हुआ वापस मिलेगा और न ही तुम्हारे सपने पूरे होंगे. तुम्हारा कर्तव्य, तुम्हारा पुरस्कार और तुम्हारा भाग्य वर्तमान क्षण में मौजूद है.                                                                         -डेग हैमरस्कोल्ड
  • अतीत की और बार-बार देखने पर एक समस्या यह आ सकती है कि हमारा भविष्य भी हाथ से निकल जाएगा.    -माइकेल सिबेन्को
  • अभी आराम करने का समय नहीं है. अभी साहस और सहनशीलता का समय है. -विन्सटन चर्चिल
  • तुम्हें देर हो सकती है, लेकिन समय को नहीं.   -बेंजामिन फ़्रेंकलिट
  • हम जितना ज्यादा करते हैं, उससे भी ज्यादा कर सकते हैं. हम जितने ज्यादा व्यस्त रहते हैं, इतने ही ज्यादा मस्त रहते हैं.     -विलियम हेजलिन
  • प्रतिदिन कुछ न कुछ करो. यह तुम्हें धीरे-धीरे अच्छे भविष्य के निकट ले जाएगा.   -डाग फ़ायरबाघ

एक सप्ताह में साल भर


  • यदि तुम अपने समय का भरपूर उपयोग करना चाहते हो, तब तुम्हें जानना होगा कि तुम्हारे लिये सबसे जरूरी क्या है? फ़िर तुम उसको अपना सब कुछ दे दो.       -ली इयाकोका
  • यदि तुम अपने अनुभव का उपयोग बुद्धिमानी के साथ करते हो, तो तुम्हारा कोई भी समय व्यर्थ नहीं जाता.                                -ऒगस्ट रोडिन
  • कैलेण्डर से मूर्ख मत बनो. कैलेण्डर में उतने ही दिन होते हैं, जितने का तुम उपयोग कर पाते हो. एक आदमी साल भर में से केवल एक सप्ताह हासिल कर पाता है, जबकि दूसरा एक सप्ताह में साल भर पा लेता है.                                                                            -चार्ल्स रिचर्डस
  • कभी मत कहो कि तुम्हारे पास पर्याप्त समय नहीं है. तुम्हारे पास भी हर दिन में उतने ही घण्टे हैं, जितने कि हेलन केलर,पास्चर, माइकल एंजेलो, मदर टेरेसा, लियोनार्दो दा वींसी, थामस जेफ़र्सन और अल्बर्ट आइंस्टीन को दिये गये थे.  -एच. जेक्सन ब्राउन
  • सोचने-विचारने में समय लगाओ जैसे ही करने का समय आता है, सोचना बन्द करके करने लग जाओ.    -आन्द्रे जैक्सन
  • जब हम अपनी पसन्द का काम कर रहे होते हैं, तब समय की परवाह नहीं करते. कम से कम इस क्षण में तो समय का अस्तित्व ही नहीं रहता और हम सचमुच स्वतन्त्र होते हैं. -मार्सिया वीदर

सामान्य व महान आदमी


  • "सामान्य आदमी समय को काटने के बारे में सोचता है, जबकि महान व्यक्ति सोचते हैं इसके उपयोग के बारे में."  -फ़्रैंक्लिन
  • "समय पैसा है."      -बेंजैमिन फ़्रैंक्लिन
  • "सफ़लता और असफ़लता के बीच की सबसे बड़ी विभाजक रेखा को इन पांच शब्दों में बताया जा सकता है कि 'मेरे पास समय नहीं है'    -फ़ील्ड
  • दीवार को इस आशा से पीटने में अपना समय नष्ट मत करो कि वह दरवाजे में बदल जायेगी.                                                                                                                  -डा.लारा श्लेसिन्जर 
  • बुद्धिमान व्यक्ति उसे तुरन्त करता है, जिसे मूर्ख सबसे अंत में करता है. हालांकि दोनों करते तो एक ही काम हैं, लेकिन अलग-अलग समय में.  -बाल्टसर ग्रेसियन
  • "कैसे? के बारे में सोचने वाला व्यक्ति प्रभावशाली तरीके से सम्स्याओं को सुलझा लेता है, क्योंकि वह व्यर्थ  के 'यदि' में समय नष्ट नहीं करता."     -नार्मन विन्सेन्ट पील

गुरुवार, 19 दिसंबर 2013

व्यस्त रहना ही मह्त्वपूर्ण नहीं

  • व्यस्त रहना ही मह्त्वपूर्ण नहीं है, क्योंकि चीटियां भी व्यस्त रहती हैं, महत्वपूर्ण यह है कि आप किस कार्य में व्यस्त हैं?                -हेनरी डेविड

  • यदि आप एक समय पर दो कार्य कर रहे हैं तो इसका अर्थ है कि आप दोनों ही कार्य नहीं कर रहे हैं.                                                                                                -पब्लियस सायरस

  • अपने मिनटों का ध्यान रखें, घण्टे अपना ध्यान खुद रख लेंगे.    -लॊर्ड चेस्टरफ़ील्ड

मंगलवार, 17 दिसंबर 2013


  • अपने समय को बर्बाद करने वाले लोग ही सबसे पहले समय की कमी का रोना रोते हैं.                                                                                                                                         -जीन डी. ला. ब्रुयर 

  • समय-प्रबन्धन की कला को सीखने के बाद तुम इस सत्य को समझ सकोगे कि ज्यादातर लोग अपनी सालाना उपलब्धियों का बहुत अधिक अनुमान लगाते हैं और दस वर्षों की उपलब्धियों का कम अनुमान लगाते हैं.     -एन्थोनी रॊबिन्स

  • समय के उपयोग के बारे में समझदार बनो. जीवन में प्रश्न यह नहीं है कि हमारे पास समय कितना है? प्रश्न यह है कि हम इसका करते क्या हैं?    -अन्ना रॊबर्टसन ब्राउन 

महत्वपूर्ण वचन



  • बुरी खबर है कि समय उड रहा है, लेकिन अच्छी खबर यह है कि तुम इसके पायलट हो.                    -माइकेल अल्थसूलर
  • वही व्यक्ति अपने जीवन का एक घंटा बर्बाद करने का दुस्साहस कर सकता है, जिसने जीवन की कीमत नहीं जानी है. -चार्ल्स डार्विन
  • व्यक्ति समय के महत्व को पूरी तरह तब समझता है, जब इसके लिये बहुत कम समय बचा रहता है. सभी लोगों के जीवन की सबसे बड़ी सम्पत्ति उसके उत्पादक जीवन के खत्म न होने वाले वर्ष होते हैं.        -पी.डब्ल्यू लिचफ़ील्ड

शुक्रवार, 18 जनवरी 2013

DREAMS ARE NOT WHICH COME DURING SLEEP, 

DREAMS ARE WHICH THOSE DON'T LET YOU SLEEP. 

                                                                    DR.A.P.J. KALAM 

गुरुवार, 17 जनवरी 2013

DECISION MAKING PROCESS AND MOTIVATIONAL VIEWS

I DON'T BELIEVE IN TAKING RIGHT DECISIONS, I TAKE DECISION THEN MAKE THEM RIGHT.

                        - RATAN TATA 

गुरुवार, 3 जनवरी 2013


नेतृत्व का अर्थ

                                                            डा.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम


जो साहस का, धैर्य का, निः स्वार्थ का पर्याय हो। नेतृत्व वह जो खतरे उठाए, अपने लिए नहीं, दूसरों के लिए, देश के लिए। नेतृत्व समाज की खुशी में ही अपनी खुशी देखता है। मानवीय साहस, दूरदृष्टि, उपलब्धि, धैर्य और सृजनशीनता का पर्याय है नेतृत्व। नेतृत्व, जो प्रेरित करता है, जो हमें मूल्यों की सीख देता है और दायित्व का एहसास कराता है। ऐसा ही नेतृत्व देश गढता है, इतिहास का पुर्नलेखन करता है, समाज को आगे ले जाता है।

  • नेतृत्व के पास दूरदृष्टि (विजन) अवश्य हो।
  • विजन को जमीन पर उतारने का जुनून हो।
  • नेतृत्व की नई राह बनाने, उस पर चलने के लिए तैयार रहना चाहिए।
  • उसे सफलता व विफलता दोंनो का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
  • उसके पास निर्णय लेने का साहस होना चाहिए।
  • उसे प्रबंधन में विनम्र होना चाहिए।
  • उसे हर कार्यवाही में पारदर्शी होना चाहिए।
  • उसे ईमानदारी के साथ काम करना चाहिए व इसी तरह सफलता पानी चाहिए।

 सभी मिशनों में सफलता के लिए नेतृत्व को रचनात्मक होना चाहिए। रचनात्मक नेतृत्व का अर्थ है, दृष्टि को इस तरह अमल में लाएँ, जिससे उसकी भूमिका परंपरागत कमांडर से बदल कर कोच के रुप में स्थापित हो। वह मैनेजर के बदले मेंटर, निदेशक के बदले डेलिगेटर व दूसरों से आदर की मांग करने वाले की जगह खुद को आदर पाने योग्य साबित करने वाला हो।
                              जन-प्रवाह (16 से 22 दिसम्बर 2012) से साभार