सोमवार, 31 दिसंबर 2012

2012 की उपलब्धियों के लिए बधाई, घावों के लिए सान्त्वना व नव वर्ष 2013 की शुभयोजनाओं की सफलता के लिए शुभकामनाएँ


पृष्ठपोषण, मूल्यांकन, सुधारात्मक कार्यवाही


 व


 पुनर्नियोजन का अवसर नव वर्ष


मित्रो, आज वर्ष का अन्तिम दिन है, फिर हमारे सामने वर्षभर किए गये कार्यो, प्राप्त उपलब्धियों, की जा चुकी या घटित गलतियों, संसाधनों के उपयोग या दुरूपयोग, किए गये नियोजन व उसके क्रियान्वयन में रह गई कमियों का पुनरावलोकन करने का अवसर उपस्थित है।
       पिछले एक सप्ताह से ही नव वर्ष की चर्चा की जाने लगी हैं। नव वर्ष की बधाइयाँ या शुभ कामनाएँ आदान-प्रदान करने का दौर चल पड़ा है। यहाँ विचार करने की बात है कि बधाई के लिए हमने गतवर्ष में किया क्या है? और शुभकामनाएँ तभी फलीभूत होंगी, जब हमारे पास नववर्ष के लिए कोई नयी योजना हो जिस पर हमें कार्य करना है। बधाई उपलब्धियों पर दी जाती है। समय चक्र तो निरंतर चलता ही रहता है। हमारे सामने आने वाला प्रत्येक पल ही नया होता है, प्रत्येक दिन ही नया होता है, प्रत्येक माह ही नया होता है; इसी प्रकार नववर्ष भी है। 
       नववर्ष की बधाई स्वीकार करने या देने से पहले विचार करने की बात है कि हमारी कौन-कौन सी उपलब्धियाँ हैं जिन पर बधाइयों का आदान-प्रदान किया जा सकता है?
       शुभकामनाएँ आदान-प्रदान करने से पूर्व देखना होगा कि हमारे पास कोई शुभयोजना हो जिसकी पूर्णता के लिए शुभकामनाओं का आदान प्रदान किया जाना अपेक्षित हो, शुभयोजना, आवश्यक संसाधन, क्रियान्वयन की दृढ़ इच्छाशक्ति के अभाव में शुभकामनाओं का आदान-प्रदान शब्दाडम्बर मात्र है। अतः हमें बीते वर्ष में क्या-क्या किया? क्या-क्या किया जा सकता था? जो नहीं कर पाये। क्या-क्या प्राप्त किया? क्या-क्या खो दिया? आदि बिन्दुओं पर विचार कर गत वर्ष का मूल्यांकन करते हुए उससे पृष्ठपोषण (Feedback) प्राप्त कर पिछली योजनाओं पर सुधारात्मक कार्यवाही (Follow-up action) करते हुए अगले वर्ष के लिए पुननिर्योजन की आवश्यकता है। हमारे पास कोई शुभयोजना हो तभी तो शुभकामनाओं के आदान-प्रदान का औचित्य बनता है। 
           वैयक्तिक, पारिवारिक, सामाजिक, राष्ट्रीय व वैश्विक सभी स्तरों पर इन बिन्दुओं पर विचार करने की आवश्यकता है तभी हम वास्तव में बधाई या शुभकामनाओं के आदान-प्रदान करने के पात्र कहे जा सकते हैं। अतः सभी मित्रों का आह्वान है कि वे आज का दिन मूल्यांकन, पृष्ठपोषण, सुधारात्मक कार्यवाही व पुननिर्याजन करने में लगाएँ व प्रबंधन तकनीकों का प्रयोग नव वर्ष के शुभ होने के लिए करें। इसी के साथ 2012 की उपलब्धियों के लिए बधाई, घावों के लिए सान्त्वना व नव वर्ष 2013 की शुभयोजनाओं की सफलता के लिए शुभकामनाएँ।