रविवार, 5 अप्रैल 2020

समय की एजेंसी-22

अपने स्वयं के लिए एकान्तिक समय का निर्धारणः


संसार में आपके लिए सबसे महत्त्वपूर्ण व्यक्ति कौन है? सोच में पड़ गये ना? ज्यादा विचार करने की आवश्यकता नहीं है। संसार में सबसे महत्त्वपूर्ण व्यक्ति आप ही हैं। आपके लिए आपसे महत्त्वपूर्ण व्यक्ति कौन हो सकता है? अतः अपने आप के लिए समय का निर्धारण अवश्य करें। अपने व्यक्तिगत कार्यों, अपने विकास, अपनी संतुष्टि व अपने आनन्द के लिए समय अवश्य निर्धारित करें। आपके लिए निर्धारित समय एकाग्र समय होना चाहिए। एकाग्र समय का आशय ऐसे समय से है, जो केवल आपका अपना हो। किसी दूसरे को आपके समय में से समय चुराने का अवसर न दें। कोई फोन काॅल नहीं, कोई एस.एम.एस. नहीं अन्य किसी के साथ कोई सामाजिक या मानवीय व्यवहार नहीं। आप दुनिया के बारे में सोचते हैं। अपने परिवार के लिए सब कुछ करते हैं। देशभक्ति की भावना को निभाते हैं किंतु अपने लिए भी तो कुछ दीजिए। आप स्वयं अपने साथ न्याय नहीं करेंगे तो आपके साथ न्याय कौन करेगा?
रात्रि को डायरी लेकर बैठ जाएँ और विचार करें, आपने अपने लिए क्या किया? अपना ध्यान रखना भी आपका अपना कत्र्तव्य है। अपना ध्यान रखना भी आपकी दिनचर्या का अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए। इसमें स्वास्थ्यकर भोजन, आवश्यकतानुसार विश्राम, उचित व नियमित व्यायाम व सहज मनोरंजन आदि शामिल हो सकता है। अपनी दिनचर्या में अपने को आनन्दित करने वाली, आपकी आत्मा, आपके मस्तिष्क और आपके शरीर को पोषण देने वाली गतिविधियों को शामिल करना न भूलें। आपको अपने जीवन के ध्येय की ओर ले जाने के प्रयत्न अवश्य करते रहना चाहिए। संसार की चकाचैंध और आजीविका की भागदौड़ में अपने आपको न भूलें। स्मरण रखें आपका जन्म केवल पैसे कमाने के लिए तो नहीं हुआ है। आप ऐसे पैसे को कमाकर क्या करेंगे? जो आपकी अपनी कीमत पर मिलता हो। 
        आप अपनी सेवाओं को अवश्य बेचें किंतु अपने आपको न बेचें। एक दिन में एक घण्टे, नहीं तो कम से कम सप्ताह में एक दिन, नहीं तो कम से कम महीने में एक दिन बिना किसी निश्चित दिनचर्या के रहकर भी देखिए। दिनचर्या के बंधन से अपने आपको पूर्ण रूप से मुक्त करके देखिए। महसूस कीजिए आप बंधन मुक्त हैं। अतीत, वर्तमान और भविष्य की चिंताओं से पूर्णतः मुक्त रहने के अहसास को जीकर देखिए। स्मरण रखें, आप अतीत को नहीं बदल सकते, किंतु भविष्य के बारे में चिंता करके वर्तमान को बर्बाद जरूर कर सकते हैं। निसंदेह आप अतीत को नहीं बदल सकते किंतु चिंतामुक्त होकर वर्तमान का उपयोग करके भविष्य को संभालने का प्रयत्न करना ही जीवन को आनन्दपूर्ण जीने का सबसे अच्छा तरीका है। यही कार्य प्रबंधन का आधार है। वर्तमान में आज और अभी कार्य करते हुए मस्त रहना ही आनन्दपूर्ण जीवन जीने का आधार है। व्यस्त रहो, मस्त रहो और स्वस्थ रहो का सूत्र जीवन जीने के लिए आधार प्रदान कर सकता है।

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