रविवार, 12 अप्रैल 2020

"अध्यापक बनें-जग गढ़ें"-15

कैरियर के क्षेत्र-

   प्रत्येक देश व समाज में आजीविका के विभिन्न अवसर उपलब्ध होते हैं। प्रत्येक देश में संसाधनों की उपलब्धता और उनकी प्रयोगशीलता और देश के कौशल विकास के आधार पर विभिन्न कार्य उपलब्ध होते हैं। व्यक्तियों के लिए उपलब्ध कार्यो की अन्तिम सूची बनाना लगभग असंभव है। हाँ! विभिन्न प्रकार के कार्यो को व्यवस्थित रूप से निम्न प्रकार वर्गीकृत अवश्य किया जा सकता है-


               


उपरोेक्त चार्ट में दिखाये गये आजीविका के क्षेत्रों पर संक्षिप्त में नजर डाल लेना उपयोगी रहेगा। आजीविका के प्रत्येक क्षेत्र में विशेष व्यक्तियों और संसाधनों की आवश्यकता होती है। अभिरूचि, अभिक्षमता, योग्यता, कुशलता और संसाधनों का आकलन करके चुनाव करने से सफलता की संभावना प्रबल होती है। आइये हम एक-एक कर विचार करें-

आजीविका, रोजगार या वृत्ति- अपनी व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अर्थाजन करना ही होता है। मूलभूत आवश्यकता रोटी, कपड़ा और मकान के बिना जीवन जीना ही संभव नहीं है। इनकी पूर्ति के लिए संतोषी से संतोषी व्यक्ति को भी कुछ न कुछ मात्रा में धन की आवश्यकता पड़ती ही है। अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किया गया प्रत्येक कार्य आजीविका के अन्तर्गत आता है, भले ही वह अरबों रूपये के विनियोग के साथ स्थापित किये गये बड़े-बड़े उद्योग हों या फिर अपना पेट भरने के लिए की गई मजदूरी, कुलीगीरी या रिक्शा चलाना। प्रत्येक कार्य आजीविका के अन्तर्गत आ जाता है। इस प्रकार आजीविका, रोजगार या वृत्ति अत्यन्त वृहद शब्द है जिसके अन्तर्गत समस्त आर्थिक क्रियाएं आ जाती हैं।

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