शुक्रवार, 3 अप्रैल 2020

समय की एजेंसी-20

अच्छी आदतों का विकास

हमें अच्छी आदतों के विकास के पहलू को टालना नहीं है क्योंकि हम अपनी आदतों के अनुरुप ही सहजता और सरलता से कार्य कर पाते हैं। आदतों के सन्दर्भ में किसी विचारक ने कहा है कि आदतों को बदला जा सकता है और नवीन आदतों का विकास भी किया जा सकता है। यदि हम किसी कार्य को लगातार चालीस दिन तक करते हैं तो वह हमारी आदत बन जाता है। इस प्रकार हम समय के उपयोग के सन्दर्भ में नवीन सकारात्मक आदतों का विकास कर सकते हैं। हमें समय का महत्त्व समझ कर समय का रचनात्मक कार्यों में उपयोग सुनिश्चित करने के लिए वैज्ञानिक ढंग से गतिविधियों का भी अध्ययन करना होगा। उसके अनुरूप श्रेष्ठ आदतों का विकास करना होगा। अच्छी आदतों के द्वारा अपनी गतिविधियों अर्थात् स्वयं का प्रबंधन करने के लिए आत्मानुशासन ही सर्वश्रेष्ठ उपकरण है।
        कार्य प्रबंधन का आशय उपलब्ध समय का कुशलतापूर्वक उपयोग करके अधिकतम कार्यों को गुणवत्ता के साथ संपन्न करना है। हम अपनी गतिविधियों का इस प्रकार नियोजन करें कि समय के एक-एक पल का अधिकतम उपयोग करके अपने जीवन को श्रेष्ठतम बना सकें। समय के सन्दर्भ में अपने कार्यों का इस प्रकार नियोजन व क्रियान्वयन करना है कि हम उपलब्ध समय का अधिकतम प्रयोग इस प्रकार करें कि उपलब्ध  समय सर्वाधिक उत्पादक परिणाम देकर व्यक्तिगत, पारिवारिक व सामाजिक सभी दृष्टिकोणों से अधिक से अधिक फलदायक हो सके। कार्य प्रबंधन शब्द का उच्चारण करना जितना आसान है, इसको धरातल पर उतारना उतना ही अधिक मुश्किल होता है। कार्य प्रबंधन या कार्य प्रबंधन एक तकनीक है, जो बहुत अधिक कुशलता और तकनीक के प्रयोग में सिद्धहस्त होने की माँग करती है। जो इस तकनीक के प्रयोग करने में सिद्धहस्त हो गया, वह सफलता के पीछे नहीं, सफलता उसके पीछे दौड़ती है। 
        समय को अपने अनुसार चलाने को ही अपने आपको जीतना कहा गया है, और स्पष्ट रूप से कहा जाता रहा है, जिसने खुद को जीत लिया, उसने जग को जीत लिया। इसका भावार्थ यही है कि जो व्यक्ति अपनी कमजोरियों पर नियंत्रण लगाकर अपने अहम् को छोड़कर आगे बढ़कर अपने समय का व्यवस्थित प्रयोग करेगा। वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए दुनिया के दिलों पर राज करेगा। अतः व्यक्ति के लिए आवश्यक है कि हम अपनी लापरवाही से सामान्य समय को कठोर न बनने दें। हम अपने भूतकाल से सीख लेकर वर्तमान काल का सही से उपयोग करते हुए आगे बढं़े, भविष्य हमारे स्वागत के लिए प्रतीक्षारत है। अपने हर पल का उपयोग करने की आदत का विकास हो जाने पर हमें सोचना नहीं पड़ेगा कि हमारा समय बर्बाद तो नहीं हो रहा? कभी भी खाली न रहने की आदत संसार की सबसे अच्छी आदतों में से एक कही जा सकती है; कहा भी गया है, ‘बैठे से बेगार भली।’
        यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी, ‘सफलता की ओर पहला कदम समय के संदर्भ में कार्य प्रबंधन ही है।’ समय सर्वाधिक दुर्लभतम संसाधन है। इसे न तो प्राप्त किया जा सकता है और न ही इसका संचय संभव है। जो अपने समय का सही ढंग से पूर्व-नियोजन करके कुशलतापूर्वक उपयोग कर लेता है, उसी को संसार में सफल व्यक्ति कहा जाता है और जो इसमें विफल होता है, वह जीवन भर विफलताओं की सौगात पाता है। कुशल कार्य प्रबंधन कुशलता के साथ जीवन जीने का सर्वाधिक आनन्द देने वाला उपकरण है। समय ही जीवन है और जीवन की उपयोगिता में वृद्धि से अधिक महत्त्वपूर्ण और कोई कृत्य नहीं हो सकता। समय का सदुपयोग ही व्यक्ति की उत्पादकता बढ़ाता है, काम की मात्रा और गुणवत्ता दोनों में वृद्धि करता है। समय का कुशलतम उपयोग चिंता, तनाव और अवसाद को दूर रखकर आनन्दपूर्ण जीवन सुलभ बनाता है।

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