रविवार, 14 दिसंबर 2014

जीवन के आधार स्तम्भ-३

जीवन प्रबंधन में परिवार की भूमिका:


बच्चों को जन्म भले ही माँ-बाप के द्वारा दिया जाता हो, किन्तु उनके जीवन के प्रबंधन में परिवार की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। संयुक्त परिवार प्रणाली इस दृष्टि से सर्वात्कृष्ट व्यवस्था थी। वर्तमान एकल परिवार में जहाँ माता-पिता दोनों सेवारत रहने के कारण बच्चों को पर्याप्त समय नहीं दे पाते, बच्चों का सन्तुलित विकास नहीं हो पाता। परिवार की जीवन प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। परिवार जो भावनात्मक व मनोवैज्ञानिक विकास में भूमिका अदा करता है, वह एकल परिवार में संभव नहीं हो पाता और जीवन प्रबंधन में कुछ न कुछ छूट जाता है। परिवार में बच्चों के विकास में परिवार के सदस्य जो भूमिका अदा करते थे, उसकी प्रतिपूर्ति आया, नौकरानी, क्रैच या नर्सरी द्वारा संभव नहीं है।

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