मानव संसाधन नियोजन के उद्देश्य
( Objectives Of Human Resource Management )
मानव संसाधन नियोजन का उद्देश्य उपक्रम के लिए आवश्यक योग्य कर्मचारियों की आपूर्ति की निरन्तरता को बनाये रखना है। अधिशासी मानव संसाधन नियोजन के संबन्ध में विचार करते हुए फिलिप्पो ने लिखा है, ``प्रबंधकीय मानव संसाधन नियोजन का उद्देश्य योग्य व्यक्तियों की निरन्तर आपूर्ति द्वारा किसी संगठन के स्थायित्व तथा प्रगति में योगदान करना है।´´
इस उद्देश्य की पूर्ति तभी की जा सकती है जब वर्तमान तथा भावी मानव संसाधन परिस्थितियों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जाए, यह विश्लेषण कर्मचारियों के गुण व संख्या दोनों से संबन्धित होता है। मानव संसाधन नियोजन के विश्लेषण से पता चलता है :-
(अ) कार्य जिनके लिए नवीन कर्मचारियों की आवश्यकता होगी?
(आ) कौशल जो इन कार्यो को संपन्न करने के लिए आवश्यक है?
(इ) नवीन कर्मचारियों की पदोन्नति द्वारा उच्च पदों को भरने की सामर्थ्य की सीमा।
स्ट्रास एवं साईल्स के अनुसार, एक व्यावहारिक मानव संसाधन नियोजन के उद्देश्यों को निम्न प्रकार व्यक्त किया जा सकता है -
1. रिक्त स्थानों की आपूर्ति के लिए कर्मचारियों की निरन्तर एवं व्यवस्थित पूर्ति का एक विश्वसनीय आश्वासन।
2. बाह्य स्रोतों से अथवा वर्तमान कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान कर जिन स्थानों की पूर्ति की जानी है, उनका अनुमान।
3. पदोन्नति के लिए प्रत्येक कर्मचारी पर विचार किए जाने का आश्वासन।
4. आन्तरिक स्रोतों के अधिकतम उपयोग की संभावना।
मानव संसाधन नियोजन मानव संसाधन के उपयोग में अनिश्चितता को कम करता है। उपलब्ध मानवीय साधनों का अधिकतम उपयोग किया जा सके तथा मानव संसाधन की पूर्ति बनी रहे, यह मानव संसाधन नियोजन का वास्तविक उद्देश्य है। इस प्रकार मानव संसाधन नियोजन के प्रमुख उद्देश्य संक्षेप में निम्नलिखित हैं-
क. वर्तमान कर्मचारियों को उनके वर्तमान पदों की आवश्यकता के अनुरूप ढालना।
ख. पद रिक्तियों की वर्तमान मानव संसाधन द्वारा परिपूर्ति के लिए वर्तमान कर्मचारियों को अवसर प्रदान करना।
ग. भावी मानव संसाधन की आवश्यकताओं का अनुमान लगाना एवं उसकी आन्तरिक व बाह्य साधनों से पूर्ति करना।
शुक्रवार, 2 जुलाई 2010
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