शुक्रवार, 23 जुलाई 2010
परिमाणात्मक एवं गुणात्मक मानव संसाधन
Quantitative And Qualitative Human Resources
मानव संसाधनों का निर्धारण बड़ा ही जटिल, विवेकपूर्ण, विश्लेषण व विशेषज्ञता का कार्य है। मानव संसाधनों का निर्धारण परिमाणत्मक ही नहीं, गुणात्मक रूप से भी करना होता है। कर्मचारियों की संख्या का निर्धारण उनका परिमाणात्मक पक्ष है और इसके लिए दो प्रकार के विश्लेषणों की आवश्यकता होती है:-
1. कार्यभार विश्लेषण ( Workload Analysis )
2. कार्य संसाधन विश्लेषण ( Workforce Analysis )
कार्यभार विश्लेषण का संबन्ध विक्रय पूर्वानुमान, कार्य सारणी तथा प्रति इकाई उत्पादन के लिए कर्मचारी आवश्यकता के निर्धारण की समस्या से होता है। इस विश्लेषण के फलस्वरूप कर्मचारियों की उस संख्या का ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है, जो किसी निश्चित कार्यभार को संपन्न करने के लिए आवश्यक हैं किन्तु समस्या का यहीं अन्त नहीं हो जाता, क्योंकि वेतन चिट्ठा में उल्लखित कार्य संसाधन सदैव कार्य के लिए उपलब्ध नहीं हो पाते। अत: विद्यमान कार्य संसाधन का विश्लेषण इस दृष्टिकोण से भी किया जाना आवश्यक हो जाता है।
विद्यमान मानव संसाधन वैयक्तिक, पारिवारिक व अन्य कारणों से अवकाश पर या अन्य प्रकार से अनुपस्थित रह सकते हैं। यही नहीं विद्यमान मानव संसाधनों में, उनके त्याग-पत्र देने, उन्हें जबरन छुट्टी पर भेजने, सेवा समाप्ति आदि अनेक कारणों से कमी हो सकती है। कार्य संसाधन के विश्लेषण द्वारा ही इस बात का अन्दाजा लगाया जा सकता है कि वर्तमान कार्य संसाधन पर्याप्त हैं या नहीं? इस संबन्ध में अनुपस्थिति (Absenteeism) एवं कर्मचारी आवर्तन ( Employee Turnover ) का अन्तर करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। अनुपस्थिति का अर्थ कर्मचारी का अपने नियत कार्य पर न आने से है, जबकि आवर्तन कर्मचारी की कार्य छोड़कर चले जाने की प्रवृत्ति को कहते हैं।
गुणात्मक दृष्टिकोण से तात्पर्य कर्मचारियों के गुण स्तर की आवश्यकता है। कर्मचारी योग्यताओं की व्याख्या कृत्य-विश्लेषण(Job Analysis) द्वारा की जाती है और इसका वर्णन कार्य विवरण (Job Description) तथा कृत्य विशेषताओं (Job Specification) में किया जाता है। कार्य-विवरण दिए हुए कार्य के अन्तर्गत आने वाले विभिन्न कर्तव्यों, उत्तरदायित्वों एवं संगठनात्मक सम्बन्धों का सारांश होता है। कृत्य-विशेषताएं दिए हुए कार्य के सम्बन्ध में कर्मचारी से अपेक्षित योग्यताओं एवं गुणों का उल्लेख है। इस प्रकार कृत्य विश्लेषण दिए हुए कार्य से सम्बंधित कर्तव्यों, उत्तरदायित्वों, योग्यताओं एवं गुणों का विश्लेषण है। यह कार्य का विस्तृत अध्ययन है।
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