शनिवार, 28 मार्च 2015

तकनीकी का प्रयोग


तकनीक का अर्थ तरीका है। हमें प्रत्येक कार्य को किसी न किसी तरीके से तो करना ही पड़ेगा। बिना तरीके के प्रयोग किये कोई कार्य करना संभव ही नहीं है, फिर आप तकनीक को अपनाने में क्यों डरते हो? आप इस पुस्तक का अध्ययन कर रहे हैं, इसका आशय यह है कि आप सफलता की सीढ़ियों को उत्तरोत्तर चढ़ने के इच्छुक हैं। अब आप जैसे सफलता के पथ के पथिक को टेक्नोफोबिया से ग्रसित होने का तो कोई मतलब नहीं है। आप जानते हैं कि तकनीक से बचना संभव नहीं है, जब इससे बचना संभव नहीं है तो क्यों ना हम नवीनतम् तकनीक का प्रयोग करके स्मार्ट वर्कर बनें। आपने पढ़ा होगा कि सफल व्यक्ति कोई भिन्न कार्य नहीं करते, वे सामान्य कार्यो को ही अलग तरीके से करते हैं। अरे भाई! यह अलग तरीका ही तो तकनीक है। इसका आशय तो यही हुआ न कि सफल व्यक्ति तकनीक के बल पर ही सफल होते आये हैं। आप भी तकनीक का उचित उपयोग करके सफलता की ओर अग्रसर हो सकेंगे। अतः आज से, नहीं अभी से तकनीक से अपनी झिझक को दूर करके तकनीक को अपनी मित्र बनाइये। 
हाँ, यह ध्यान रखें तकनीक को मित्र ही बनायें पत्नी नहीं; क्योंकि पत्नी का स्थान तो आपकी पत्नी के सिवाय किसी को नहीं मिल सकता। मानवीय संबन्धों का स्थान कोई भी तकनीकी उपकरण नहीं ले सकते। आप कितने भी विकसित रोबोट बना लें किन्तु वह मानव का स्थान नहीं ले सकते। हमें सदैव स्मरण रखना चाहिए कि तकनीकी या प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण है किन्तु सबसे महत्वपूर्ण नहीं। हमें उचित तकनीकी के चयन की आवश्यकता है (We need to remember that Technology is not the most important. We need to choose the right technology.½

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