Position,Occupation And Job
घिसैली तथा ब्राउन ने पद (position),वृत्ति या व्यवसाय (Occupation) तथा कार्य (Job) को अग्रानुसार स्पष्ट किया है-
कर्मचारी पद से आशय औद्योगिक क्रियाओं के उस समूह से है जो एक कर्मचारी द्वारा की जाती हैं। किसी भी संगठन में यदि स्थान भर दिए जायं तो जितने कर्मचारी होंगे, उतनी ही स्थितियां अर्थात पद ( position) होंगी। उदाहरणार्थ, यदि लिपिक के चार स्थान हैं तो उनमें से प्रत्येक पर विभिन्न कर्मचारी नियुक्त किए जायेंगे। प्रत्येक कार्य की स्थिति भिन्न-भिन्न होगी। यह महत्वपूर्ण तथ्य है कि कार्य अव्यक्तिगत (Impersonal) तथा स्थिति व्यक्तिगत (personal) होती है।
व्यवसाय (Occupation)- से आशय समान कार्य वाले कई पदों एवं कार्यो के समूह से है, जैसे( लेखा कार्य, टंकण कार्य, पत्र निर्गमन कार्य, पत्र प्राप्ति, आलेख कार्य,भण्डारण कार्य आदि सभी लिपिकीय व्यवसाय (Clerical Occupation) हैं।
कार्य (Job) से आशय पदो के समूह से है। एक ही पद के विभिन्न स्तरों के समूहों को कार्य कहते हैं, जैसे, टंकण कर्ता के चार पद एक ही स्तर (टंकण) कार्य हैं। किसी संगठन में एक ही कार्य पर एक या अनेक व्यक्ति हो सकते हैं।
स्पष्ट है कि कार्य शब्द व्यवसाय तथा पद के समनुरूप नहीं है। सामान्यत: किसी भी रिक्त स्थान का विज्ञापन एक स्थिति के बारे में सूचना देता है। एक विशिष्ट स्थान पर लिया गया व्यक्ति या तो एक विशिष्ट कार्य करेगा या एक से अधिक कार्य भी कर सकता है।
सोमवार, 9 अगस्त 2010
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