प्रबन्धन
प्रबंधन का युग है, आओ, प्रबंधन को हम अपनायें।
आत्मसात कर, कर्म करें, नित, आगे बढ़ते जायें।।
सफलता नहीं, चाह से मिलती,नियोजन, हमें करना होगा।
लक्ष्य स्पष्ट, नीति निर्धारित,कार्यक्रम पर चलना होगा।
अकेले नहीं, संगठन करके, संसाधनों को आओ जुटायें।
प्रबंधन का युग है, आओ, प्रबंधन को हम अपनायें।
संसाधनों को कार्यस्थल पर,नियुक्त हमें करना होगा।
सबकी एक सीट हो अपनी,हर वस्तु का, एक ठिकाना होगा।
अपने-अपने कार्य करें सब, रचना ऐसी कर दिखलायें।
प्रबंधन का युग है, आओ, प्रबंधन को हम अपनायें।
नियुक्ति से ही काम न होता,निर्देशन भी देना होगा।
नवाचार की छूट हो सबको,अभिप्रेरित नित करना होगा।
सहयोग और समन्वय से ही, नियंत्रण का, जादू फैलायें।
प्रबंधन का युग है, आओ, प्रबंधन को हम अपनायें।
प्रतिनिधित्व सभी को देकर,लोकतंत्र भी लाना होगा।
संचार और नव-प्रौद्योगिकी से,राष्ट्र को आगे बढ़ाना होगा।
विश्व-ग्राम प्रबन्धित करके, आतंकवाद को धूल चटायें।
प्रबंधन का युग है, आओ, प्रबंधन को हम अपनायें।
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