शनिवार, 19 जुलाई 2014

स्ट्रगल कभी खत्म नहीं होता
- चंदन आनंद एक्टर


जी हाँ! यह कथन फिल्मी एक्टर चंदन आनंद का है। आप 22 जून 2014 के दैनिक जागरण के झंकार के तीसरे पृष्ठ पर बिग स्टोरी को पढ़ सकते हैं; जिसमें अमिताभ बच्चन, राजकुमार राव, सोनू सूद, समीर कोचर, आशा भोंसले, किशोर कुमार, अंकित गेरा व श्रद्धा मुसले जैसे कलाकारों की संघर्ष गाथा को प्रस्तुत किया है। वास्तविकता यही है कि संघर्ष कभी खत्म नहीं होता। बड़ी से बड़ी सफलता हमारे संघर्ष को खत्म नहीं कर सकती। संघर्ष खत्म होने का आशय तो जीवन खत्म होना होगा। संघर्ष के बिना कैसा जीवन? जिनको भी हम सफल व्यक्ति के रूप में निरूपित करते हैं, उन्होंने आजीवन संघर्ष रूपी फल का आनंद लिया। जो व्यक्ति संघर्ष से भागता है, वह सफलता को त्यागता है, क्योंकि सफलता तो संघर्ष में ही मिलेगी ना।

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