शनिवार, 19 मार्च 2011

होली की पावन वेला में, मित्रो तुम्हें मुबारक होली

होली के रंग, बजती हो चंग, 
दिल में हो उमंग- होगा संबन्धों का प्रबन्ध

                                                  जी हां

होली का उत्सव हमें संबन्धों के प्रबंधन का अवसर देता है.

संबन्धों में किन्ही कारणों वश जो सिथिलता आ गयी है,
उसे दूर कर रंगों के माध्यम से 
संबन्धों में उमंग भरने का अवसर देता है.

                                                            आप सभी 
अपने वैयक्तिक, पारिवारिक, सामाजिक, राष्ट्रीय व वैश्विक संबन्धों में रंग भरकर
 उन्हें और भी रंगीन बनाने में सफ़लता हासिल करें, 
होली के इस रंगीन उत्सव पर आप सभी को रंगील होली की रंगीन शुभकामनाएं.
डा.सन्तोष गौड़ राष्ट्रप्रेमी
मोबाइल ९९९६३८८१६९
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